[2023] दो भाइयों के बीच जमीन का बंटवारा कैसे करें ?

Jameen Ka Batwara Kaise Kare:- कई बार आपसी मन मुटाव और लड़ाई झगड़े के कारण अच्छे-अच्छे परिवारों में भी भाइयों के बीच जमीन का बंटवारा करना पड़ता है। वैसे तो ज्यादातर लोग आपस में बात करके ही अपनी जमीन का बंटवारा कर लेते हैं।

लेकिन सरकार ने जमीन का बंटवारा करने के लिए कुछ नियम निर्धारित किए हैं। जिनका पालन हर उस व्यक्ति को करना पड़ता है जमीन का बंटवारा करना चाहते हैं।

ऐसे में अगर आपकी भी कोई जमीन है जिसका आप बंटवारा करना चाहते हैं, तो इस आर्टिकल में आपको दो भाइयों के बीच जमीन का बंटवारा कैसे करें ? इस बारे में डिटेल में जानने को मिलेगा। इस लेख को पढ़ने के बाद आप बिना किसी मतभेद के अपने भाई के साथ जमीन का बंटवारा कर सकते हैं।

दो भाइयों के बीच जमीन का बंटवारा कैसे करें ?

जमीन का बंटवारा करने में कभी-कभी विवाद इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि दो सगे भाई एक दूसरे से नफरत करने लगते हैं। इसलिए इस तरह की परिस्थितियों से बचने के लिए जमीन का बंटवारा का नियम बनाया गया है। मुख्य रूप से किसी भी जमीन को इन तरीके से भाइयों में बांटा जाता है –

1. सहमति बटवारा जहां कुछ लोग जमीन का बंटवारा करने के लिए सरकार के नियमों का पालन करते हैं। वहीं अभी भी बहुत से लोग हैं जो आपसी सहमति और एक दूसरे से बातचीत करके अपने जमीन को समान भाग से बांट लेते हैं। सहमति बटवारा करना बहुत ही ज्यादा आसान होता है क्योंकि ये परिवार के कुछ बड़े और मुख्य सदस्यों के निगरानी में किया जाता हैं।

2. पंचायत बटवारा जब भाई सहमति बंटवारे द्वारा किए गए जमीन के बंटवारे से खुश नहीं होते हैं। तब जमीन के बंटवारा की जिम्मेदारी गांव के पंचायत के पास चली जाती है। पंचायत बटवारा में 4 से 5 मुख्य पंचों की उपस्थिति में दोनों भाइयों के बीच जमीन को बराबर रूप से बाटा जाता है।

पंचायत बटवारा करने से पहले व्यक्ति को तीन-चार दिन पहले ही पंचायत में बंटवारे की अपील देनी होती है। ताकि पंचायत के लोग जमीन के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकें। ‌

3. रजिस्ट्री बटवारा जब भाई जमीन का बंटवारा करने के लिए सरकारी नियमों का पालन करना चाहते हैं। तो वो अपने जमीन का रजिस्ट्री बटवारा करवाते हैं। इस तरह का बंटवारा करने के लिए आवेदनकर्ता को पहले रजिस्ट्रेशन ऑफिस में जमीन का बंटवारा करने के लिए एक एप्लीकेशन लिखकर डालना पड़ता है।

रजिस्ट्रेशन ऑफिस के कर्मचारी आवेदनकर्ता के एप्लीकेशन को पढ़ते हैं और फिर आवेदन करता हुआ उनकी जमीन की पूरी जांच पड़ताल करने के बाद सरकार के नियमों के आधार पर जमीन का बंटवारा बराबर हिस्सा में कर देते हैं।

दो भाइयों के बीच अगर जमीन का बंटवारा करना हो तो किन दस्तावेजों की जरूरत होगी ?

अगर आप जमीन का बंटवारा कर रहे हैं तो जमीन को दोनों भाइयों में बांटने के लिए आपके पास निम्नलिखित दस्तावेज होने चाहिए –

  • पिता की मृत्यु का डेथ सर्टिफिकेट
  • एफिडेविट
  • राशन कार्ड,
  • आधार कार्ड,
  • पैन कार्ड
  • जमीन के पेपर
  • मोबाइल नंबर
  • ईमेल एड्रेस

अगर आपके पास ये दस्तावेज हैं, तो आप आप आसानी से जमीन का बंटवारा कर सकते हैं।

जमीन का बंटवारा करने के लिए सहायक विभाग का हेल्पलाइन नंबर

भाइयों के बीच जमीन का बंटवारा करना आसान नहीं होता हैं। कई बार भाई सहमति, पंचायत या फिर रजिस्ट्री की मदद से जमीन का बटवारा करने के बाद भी बटवारे से खुश नहीं होते हैं। इसीलिए लोगों को जमीन का बंटवारा करने में किसी भी तरह की कोई समस्या ना आए।

सरकार ने इसके लिए सहायक विभाग बनाया है। ये सहायक विभाग आपको जमीन का बंटवारा करने में मदद करेगी। तो जब आपको जमीन का बंटवारा करना हो, तो आप नीचे दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके सहायक विभाग के लोगों की मदद ले सकते हैं।

Helpline number – 0612-2221117, 0612-2221116, 0612-2226151

दो भाइयों में मकान का बटवारा कैसे होता है ?

दो भाइयों में मकान का बंटवारा भी जमीन के बंटवारे के जैसा ही होता है। मतलब अगर मकान पिता के नाम पर है तो उनके बाद बटवारा होने पर उनके बच्चों को मकान का सामान हिस्सा मिलेगा। महिलाओं को भी मकान के बंटवारे में भी समान हिस्सा मिलेगा।

अगर ऐसा हो की मकान बनाने में किसी एक भाई ने ज्यादा पैसे खर्च किया हो, तो फिर आपसे बातचीत के बाद ये तय किया जाएगा की मकान को किस तरह से बाटा जाएगा। मकान का बटवारा भाइयों के बीच अक्सर आपसी सहमति से होता हैं।

परिवार के बीच जमीन का बंटवारा कैसे करें?

परिवार के बीच जमीन का बटवारा बड़े बुजुर्गों के और परिवार के सभी सदस्यों के मौजूदगी में बातचीत करके की जाती है। परिवार का कोई बड़ा सदस्य निर्णय लेता है की परिवार में किस सदस्य को कितनी जमीन दी जाएगी !

या फिर कई बार ऐसा भी होता है की मतभेद से बचने के लिए परिवार के सभी सदस्यों के बीच में समान रूप से जमीन को बांट दिया जाता है। सहमति के द्वारा परिवार में जमीन का बंटवारा हो जाने के बाद तहसीलदार लिखित तौर पर भी जमीन का बंटवारा कर देते हैं।

इस तरह से बटवारा करने में आपको किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी और परिवार के बीच मतभेद भी नहीं होगा। अगर आप इस तरीके से परिवार से जमीन का बंटवारा करते हैं तो आपको ज्यादा पैसे भी खर्च नहीं करने पड़ेंगे।

पुश्तैनी जमीन का बंटवारा कैसे करें ?

पुश्तैनी जमीन का बटवारा ज्यादातर पंचायत के द्वारा किया जाता है। क्योंकि पुश्तैनी जमीन के बंटवारे को लेकर लोगों में अक्सर लड़ाई झगड़ा देखने को मिलता हैं। इसीलिए लोग आपसी सहमति से पुश्तैनी जमीन का बंटवारा नहीं करते हैं।

बल्कि अपने पुरखों की जमीन का बंटवारा करने के लिए पंचायत का दरवाजा खटखटाते हैं। पंचायत लोगों के पुश्तैनी जमीन को परिवार के सदस्यों के बीच में बांट देते हैं।

अगर इस तरीके से भी बटवारा सही से नहीं हो पाता है तो फिर दादा – परदादा  के पुराने जमीन का बटवारा करने के लिए सरकारी मदद लेनी पड़ती है। और क्योंकि कानूनी काम थोड़ा जटिल होता है इसलिए इसमें समय भी ज्यादा लगता है।

सरकारी मदद लेने पर पुश्तैनी जमीन को बांटने है की प्रक्रिया काफी जटिल हो जाती है क्योंकि इसे तब लंबे प्रक्रिया से होकर गुजरना होता है।

जमीन का बंटवारा करने के बाद दाखिल खारिज कैसे करें ?

जमीन का बंटवारा कर लेने के बाद जमीन को अपने नाम पर करने के लिए दाखिल खारिज करना पड़ता हैं‌‌। जमीन का दाखिल खनिज करना काफी आसान होता है। आपको इसके लिए कोर्ट जाना है या फिर अपने राज्य के जमीन से संबंधित सरकारी विभाग में जाकर अपने जमीन का दाखिल खारिज करने का आवेदन करना है।

जैसे ही आपके आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी वैसे ही जमीन का दाखिल खारिज कर दिया जाएगा और आपको जमीन का पूरा अधिकार प्राप्त हो जाएगा।

दो भाइयों के बीच जमीन का बंटवारा करते समय याद रखने वाली बातें !

  • जमीन का बंटवारा अगर एक बार हो जाता है और उसपर कानूनी कार्यवाही भी कर दी जाती है। तो जमीन पर भाइयों को वही हिस्से मिलते हैं जो उनके नाम पर किए गए हो।
  • दो भाई अगर जमीन का बंटवारा कर रहे हैं तो उन्हें जमीन पर बहन को भी हिस्सा देना होगा। क्योंकि साल 2005 के बाद जमीन के बंटवारे में बहनों को भी हिस्सा दिया जाने लगा है।
  • जमीन का बंटवारा होने पर अगर किसी सदस्य को जमीन का हिस्सा नहीं मिल रहा हैं, तो अपना हक प्राप्त करने के लिए वो कोर्ट के पास जा सकते हैं।
  • पुश्तैनी जमीन पर वर्तमान परिवार के सदस्यों का अधिकार होता है। मतलब जैसे दादा की जमीन है तो उनकी जमीन का हिस्सा उनके बाद उनके बेटे को और फिर उनके पोते, पोतियों को मिलेगा।

FAQ- Jameen Ka Batwara Kaise Kare

परिवार के बीच जमीन का बंटवारा कैसे करें?

परिवार में जितने भी सदस्य हैं, जिनका जमीन पर अधिकार है। उन्हें समान रूप से जमीन का हिस्सा देकर जमीन को बांटा जा सकता हैं।

बटवारा का नियम क्या है?

जमीन का बंटवारा मुख्य रूप से समान भाग में किया जाता हैं। अगर परिवार में दो बेटा, एक बेटी है तो बेटा बेटी दोनों को ही जमीन का बराबर अधिकार दिया जाएगा। ‌

जमीन का बंटवारा कितने प्रकार का होता है?

जमीन का बंटवारा तीन तरह से किया जाता है – आपसी सहमति, पंचायत और रजिस्ट्री।

जमीन के बंटवारे में कौन सी धारा लगती है?

जमीन के बंटवारे में धारा 178 लगाया जाता हैं।

पुश्तैनी जमीन पर किसका हक होता है?

पुश्तैनी जमीन पर परिवार के लड़का लड़की दोनों का ही हक होता है।

Conclusion

दोस्तों इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद अब आप जान गए होंगे कि दो भाइयों के बीच जमीन का बंटवारा कैसे करें? अगर आपने जमीन के बंटवारे के नियमों को अच्छे से समझ लिया है।

तो अब आपको अपने भाई के साथ जमीन का बंटवारा की कोई समस्या नहीं आएगी। पर इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद भी आपके मन में किसी तरह का सवाल आता है, तो आप हमसे पूछ सकते हैं।

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